"हाँ, माँ नील बोला! शाम होने आई थी नलिनी ने बिखरा हुआ सामान करीने से रखने लगी..! "हाँ, माँ नील बोला! शाम होने आई थी नलिनी ने बिखरा हुआ सामान करीने से रखने लगी...
हरेक रंग की अपनी आभा व ऊष्मा होती है। हरेक रंग की अपनी आभा व ऊष्मा होती है।
जीजी इतना मत रो, बच्चे तो समय के साथ बदल ही जाते हैं। जीजी इतना मत रो, बच्चे तो समय के साथ बदल ही जाते हैं।
"मेरी तो माँ झाँसी की रानी है , बिन तलवार की। जो हाथ में आया उसी से धाड़ से मार देती है "मेरी तो माँ झाँसी की रानी है , बिन तलवार की। जो हाथ में आया उसी से धाड़ से मार ...
और यह कहते कहते नीलकंठ आसमान की ऊँचाइयों में खो गया। और यह कहते कहते नीलकंठ आसमान की ऊँचाइयों में खो गया।
चुनाव सिर्फ़ दोस्ती का ही था चुनाव सिर्फ़ दोस्ती का ही था